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जिंदगी के 3 उसूल जो हमे हर हाल में अपनाना चाहिये | jindagi ke 3 usool motivetional story | in hindi

जिंदगी के 3 उसूल जो हमे हर हाल में अपनाना चाहिये | jindagi ke 3 usool motivetional story | in hindi

 

प्यारे दोस्तों जिंदगी में कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें हमें हर हाल में अपनाना चाहिए वह चीजें  क्या है आइए उनके बारे में पढ़ते हैं 

तीन चीजें ऐसी हैं जिनके लिए हर हाल में लड़ना चाहिए वह है


  1.  घरवाले
  2. अच्छे दोस्त 
  3. और आपके अच्छे सपने 


तीन चीजें ऐसी हैं जिन्हें हर हाल में कमाना चाहिए वह है 


  1. इल्म 
  2. इज्जत 
  3. और माफ करने का बड़ा पन 


तीन चीजें जो हमें हर हाल में होना चाहिए वह है 


  1. सबर 
  2. मेहरबानी 
  3. और खुलूस 


तीन चीजें जो हमें बर्बाद कर सकती हैं वह है 


  1. झूठ 
  2. गुरुर 
  3. और हसद 


तीन चीजें जो हमें किसी भी रिश्ते में मंजूर नहीं होनी चाहिए वह है 


  1. खयानत 
  2. असद 
  3. और जिल्लत 


तीन चीजें जो हमें तोड़ना नहीं चाहिए वह है 


  1. एतमाद 
  2. वादा 
  3. और दिल 


वह तीन चीजें जिनसे हर हाल में परहेज करना चाहिए वह है 


  1. हिमाकत 
  2. लजाजत 
  3. और खसासत 


वह तीन चीजें जो कभी भी अपने हाथों से नहीं गवाना चाहिए वह है 


  1. अल्लाह पर यकीन 
  2. उम्मीद 
  3. और खुद पर यकीन 


वह तीन चीजें जिनकी हमें हमेशा कदर करनी चाहिए वह है 


  1. मां बाप 
  2. शरीके हयात 
  3. और आप की औलाद 


वह तीन चीजें जो कामयाबी का जरिया है 


  1. इरादा 
  2. तैयारी 
  3. और अमल 


वह तीन चीजें जो भरोसे की वजह बनेगी 


  1. वक्त की पाबंदी 
  2. खुश अखलाकी 
  3. और खुश हिसाबी 


वह तीन चीजें जो एक खुशहाल घर का राज है वह है


  1. सदाकत 
  2. ईमान 
  3. और मोहब्बत 


वह तीन चीजें जो जिंदगी को राजी बनाएंगी 


  1. सुकून 
  2. खुशी 
  3. और सलामती 


वह तीन चीजें जो अच्छी जिंदगी की वजह होती हैं वह है 


  1. वर्जिश 
  2. काफी खाना 
  3. और काफी नींद    



सबक    

प्यारे दोस्तों जिंदगी और सलामती अल्लाह ताला की दी हुई एक बड़ी नेमत है इसकी कदर कीजिए प्यार से जियो मेहरबान बनो और मोहब्बत बांटो


ek badsah aur ek darvesh ka vakya

एक खूबसूरत नसीहत


एक मुल्क में एक बादशाह हुकूमत करता था खुशहाली के दिन थे 1 दिन बादशाह की मुलाकात एक दरवेश बुजुर्ग से हुई बुजुर्ग बहुत नेक और परहेज गार था बादशाह उनसे बहुत इज्जत से पेश आया और मुलाकात के आखिर में उनसे फरमाइश की क्या मुझे ऐसी चीज या कोई ताबीज या कोई वजीफा लिख दें जो के इंतेहाई मुश्किल में मेरे काम आए 


बुजुर्ग खामोश रहे लेकिन जब बादशाह बहुत जिद करने लगा तो दरवेश ने एक कागज के टुकड़े पर कुछ लिखकर बादशाहा को दे दिया और उस बादशाहपुर एक नसीहत की के तुम इस कागज को जब ही खोलना जब तुम समझो के बस अब इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकता यानी तुम जिस कागज को इनतिहाई मुश्किल में ही खोलना 


कुदरत का करना ऐसा हुआ के उस मुल्क पर हमला हो गया और दुश्मन की फौज ने बादशाह की फौज को हरा दिया बादशाहा को अपनी जान के लाले पड़ गए वह भागकर किसी जंगल में छुप गया दुश्मन की फौजी उसके पीछे थी वह उसे पागलों की तरह ढूंढ रही थी और वह बादशाह थककर अपनी मौत का इंतजार करने लगा 


के अचानक उसके जेहन में उस दरवेश का दिया हुआ वह कागज याद आया उसने अपनी जेबे टटोली तो खुशकिस्मती से वह कागज उसकी जेब में ही था सिपाहियों की जूतों की आहट उसके पास ही सुनाई दे रही थी अब उसके पास उस कागज को खोलने के सिवा कोई चारा नही था जब उसने उस कागज को खोला तो उसने देखा के उस कागज में लिखा है 


के ये वक्त भी गुजर जाएगा यह देख कर बादशाह को बोहोत गुस्सा आया और सोचने लगा के इस दरवेस ने मेरे साथ ये क्या मजाक किया है कोई इसमेआजम होता या कोई सुलेमानी विरद पर अफसोस वो कुछ नही कर सकता था उसने तहरीर को कई बार पड़ा लेकिन उसको कुछ समझ नही आरहा था के दरवेश ने ये क्या लिखा है 


और ये क्यों लिखा आखिर कार उसने गुस्से में आकर अपनी तलवार उठाई और सिपाहियों का इंतेजार करने लगा जब सिपाही आए तो उसने सिपाहियो से डट कर मुकाबला किया और वो बच निकला उसके बाद वो बादसाह कई सालों तक बोहोत परेसान हुआ वो काफी सालो तक मुसीबते झेलता रहा आखिर कर उसने दुबारा मेहनत की और अपनी फ़ौज इकट्ठी करता रहा 


आखिरकार उसने अपनी फ़ौज इकट्ठी कर ली और फिर दोबारा से उस मुल्ख पर हमला कर दिया और खुश किस्मती से उसने उस मुल्ख पर दोबारा फतेह कर लिया और एक बार फिर से वह अपनी सल्तनत का बादशाह बन गया उसने अपना मुल्क वापस ले लिया और फिर से अपने तख्त पर बैठ गया उसकी बहादुरी के किस्से दूर-दूर तक मशहूर हो गए 


और रीआया उसका खूब तस्करा हुआ उसके दरबार में और दरबार के बाहर में लोग सिर्फ अपने बहादुर बादशाह को देखने के लिए आने लगे इतना बोलबाला देखकर बादशाह के दिल में गुरूर पैदा हो गया वो अपनी बहादुरी पर और अपनी सल्तनत पर थोड़ा मगरूर हुआ ही था के अचानक उसके दिल मे दरवेश का लिखा हुआ विरद याद आया के ये वक्त भी गुजर जाएगा 


सबक   


मेरे मोहतरम दोस्तो वक्त जैसा भी हो गुजर जाता है हमें चाहिए कि हम मुश्किल वक्त में सबर का दामन अपने हाथ से ना छोड़े और अपने अच्छे वक्त में अपने आप को तकब्बुर से बचाएं क्योंकि वक्त जैसा भी हो अच्छा हो या बुरा हो गुजर जाता है क्योंकि वक्त एक जैसा नहीं रहता वक्त को गुजरना है और वक्त गुजर जाता है 


एक मुर्गे की कहानी

3 thoughts on “जिंदगी के 3 उसूल जो हमे हर हाल में अपनाना चाहिये | jindagi ke 3 usool motivetional story | in hindi”

  1. माशा अल्लाह बहुत ही उम्दा तहरीर पढ़ के दिल खुश हो गया उम्दा सबक के लिए शुक्रिया

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