एक ग्राहक ने दुकान में जाकर दुकानदार से पूछा की केले किस दाम के है तो दुकानदार ने जवाब दिया कि केले 40 रुपए दर्जन और सेब 60 रुपए किलो है इतने में ही दुकान पर एक औरत भी आगई और दुकानदार से कहा के मुझे एक दर्जन केले चाहिए कितने रुपए की है तो दुकानदार ने कहा 20 रुपए दर्जन और सेब 60 रुपए किलो है तो औरत ने अलहमदोलिल्लाह पडहा
ये सुनकर पहले से मौजूद ग्राहक ने खा जाने वाली नजरो से दुकानदार की तरफ देखा इससे पहले वो ग्राहक दुकानदार से कुछ कहता दुकानदार ने ग्राहक को इसारे से चुप रहने को कहा औरत दुकान से सामान खरीद कर खुसी खूसी दुकान से निकलते हुए कहने लगी के या अल्लाह तेरा सुक्र है मेरे बच्चे इन्हे खाकर बोहोत खुश होंगे )
औरत के जाने के बाद दुकानदार ने पहले से मौजूद ग्राहक की तरफ देखा और फिर कहने लगा के अल्लाह गवाह है मैने तुझे कोई धोखा नहीं दिया ये औरत 4 यतीम बच्चो की मां है किसी से भी किसी तरह की मदद लेने को तैयार नहीं है मैने कई बार कोशिश की है मगर हर बार नाकामी हुई है
मगर अब मुझे यही तरीका मिला है के मैं इसी तरह कम से कम दाम लगा कर दूं मैं चाहता हूं कि उसका ये भरम भी कायम रहे और उसे लगे की वो किसी की भी मोहताज नहीं है मैं ये तिजारत अल्लाह के साथ करता हूं और उसी की रजा और सवाब क तलबगार हूं दुकानदार ने कहा कि ये औरत हफ्ते मे एक बार आती है
और जिस्दीन भी आती है उसदीन मेरी दुकानदारी बोहोत ज्यादा बढ़ जाती है और अल्लाह की तरफ से बोहोत बरकत हो जाती है ये सुनकर ग्राहक की आंखों में आसूं आगए उसने आगे बडकर दुकानदार को गले लगा लिया और कहने लगा बा खुदा लोगो की मदद कर के जो लज्जत मिलती उसे वही जानता है जिसने इसे आजमाया हो
सबक
मेरे प्यारे भाइयों और दोस्तों हमे भी चाहिए के हम एक दूसरे की मदद करें जितना हो सके दूसरों पर खर्च करें और यकीन मानिए कि आप जितना गरीबों पर खर्च करेंगे अल्लाह ताला आप को और देगा हमारे आस पास ऐसे बोहोत से लोग मौजूद है जो हमारे मदद के तलबगार है
लेकिन शर्म की वजह से किसी के आगे हाथ नही फैला सकते किसी से मांग नही सकते हमे ऐसे लोगों की इस तरह मदद कर सकते हैं की उन्हे मेहसूस भी ना हो और उनकी जरूरतें भी पूरी हो जाए ?
अल्लाह पाक हम सब को नेक अमल करने की तौफिक अता फरमाए आमीन