सपनों (ख्वाबों) की इस्लाम में बड़ी अहमियत बताई गई है।
रसूल-ए-पाक ﷺ ने फ़रमाया:
“अच्छा ख्वाब रहमान की तरफ़ से और बुरा ख्वाब शैतान की तरफ़ से होता है।”
(सहीह मुस्लिम)
साँप (Saanp) इस्लामी ताबीर में एक मजहूल (छिपा हुआ) दुश्मन या हसद करने वाले इंसान का प्रतीक होता है।
खास तौर पर जब कोई औरत ख्वाब में साँप देखती है, तो इसकी ताबीर उसकी ज़िंदगी की हालत पर निर्भर करती है।
इमाम इब्न सीरीन (रह.) की ताबीर
इमाम इब्न सीरीन (रह.) फ़रमाते हैं:
“अगर कोई शख़्स ख्वाब में साँप देखे, तो वह उसके आस-पास किसी दुश्मन या हसद करने वाले इंसान की मौजूदगी का इशारा है।”
अगर वह साँप से डर जाए, तो इसका मतलब है कि दुश्मन से अभी सामना नहीं हुआ, लेकिन वह करीब है।
अगर वह साँप को मार दे, तो यह फतह और कामयाबी की निशानी है।
फिक़्हे हनफ़ी के मुताबिक़ – औरत का ख्वाब में साँप देखना
1. शादीशुदा औरत के लिए
• घर या ससुराल में कोई हसद करने वाला या ईर्ष्या रखने वाला व्यक्ति मौजूद हो सकता है।
• अगर साँप काला है — गुस्सा, नफ़रत या घरेलू मतभेद की निशानी।
• अगर वह साँप को मार दे — फतह और राहत, हालात सुधरने वाले हैं।
2. अविवाहित लड़की के लिए
• किसी दोस्त या रिश्तेदार से धोखा या जलन की संभावना।
• अगर साँप पीछा करे — किसी से बचने या दूर रहने की ज़रूरत है।
• अगर वह बिना डर के देखे — मजबूत इरादा और हिम्मत की निशानी है।
3. गर्भवती औरत के लिए
• अगर साँप शांत है — रहमत और हिफ़ाज़त की निशानी।
• अगर साँप हमला करे — डर या चिंता का इशारा (लेकिन ज़्यादातर बेवजह का डर)।
• ऐसे वक्त में दुआ और तिलावत बढ़ाना बेहतर है।
साँप के रंग के हिसाब से ताबीर
काला साँप:
– मजबूत दुश्मन या नफ़रत रखने वाला व्यक्ति
– झगड़े या हसद का इशारा
सफेद साँप:
– चालाक दुश्मन या अंदर से नुक़सान पहुँचाने वाला
– कभी-कभी किसी की बुराई करने वाला
हरा साँप:
– दुनिया की मोहब्बत और हसद का रूप
– दीन से दूरी का इशारा
पीला साँप:
– बीमारी, थकान या कमजोरी का प्रतीक
अगर औरत साँप को मार दे
– बहुत ही अच्छी निशानी
– दुश्मन पर फतह, ग़म से निजात
– अल्लाह की मदद और राहत
अगर साँप काट ले
– किसी इंसान से धोखा या इल्ज़ाम झेलने की संभावना
– ऐसे वक्त में सदक़ा और इस्तेग़फ़ार करना बहुत फायदेमंद होता है
अगर साँप घर में दिखे
– घर के अंदर कोई हसद या नफ़रत वाला माहौल है
– किसी की नज़र या बुरी नीयत से सावधान रहें
– सूरत अल-बक़रह की तिलावत करें
रूहानी (Spiritual) पहलू
साँप का सपना अल्लाह तआला की तरफ़ से चेतावनी (Warning) भी हो सकता है।
यह ख्वाब औरत को बताता है कि वह एहतियात बरते,
क्योंकि उसके आस-पास कोई ग़लत नियत वाला इंसान या नफ़रत का माहौल मौजूद है।
इसलिए ऐसे ख्वाब के बाद:
• सदक़ा करें
• सूरह अल-फ़लक़ और सूरह अन्नास पढ़ें
• और नमाज़ में इस्तेग़फ़ार बढ़ाएँ
FAQs – आम सवाल
Q1. क्या साँप का सपना हमेशा बुरा होता है?
– नहीं, अगर आप साँप को मार दें या उससे न डरें, तो यह फतह की निशानी है।
Q2. काले साँप का सपना?
– किसी मजबूत दुश्मन या हसद करने वाले व्यक्ति का इशारा।
Q3. अगर साँप घर में दिखे?
– घर में हसद, बुरी नज़र या नफ़रत का माहौल।
Q4. क्या यह ख्वाब तौबा का पैग़ाम देता है?
– जी हाँ, ऐसे वक्त में अल्लाह की तरफ़ रजू करना और सदक़ा देना सबसे बेहतर है।
नतीजा (Conclusion)
इस्लामी और फिक़्हे हनफ़ी ताबीर के मुताबिक़,
औरत का ख्वाब में साँप देखना
अक्सर किसी हसद, नफ़रत या दुश्मनी की निशानी होती है।
लेकिन अगर वह साँप को मार देती है या उससे नहीं डरती,
तो यह अल्लाह की मदद, राहत और फतह की अलामत है।
ऐसे ख्वाब के बाद इंसान को इस्तेग़फ़ार, सदक़ा, और नमाज़ की पाबंदी करनी चाहिए।