Ad Banner

अल्लाह के जिक्र से हर कारोबार में बरकत | Allah ka zikr biutiful story in hindi

अल्लाह के जिक्र से हर कारोबार में बरकत | Allah ka zikr biutiful story in hindi
अल्लाह के जिक्र से हर कारोबार में बरकत

Moral Story-मुलतान शहर में कोई कराटे का खिलाड़ी था उसे बलैक बेल्ट हासिल था मुझसे कहने लगा हज़रत मैंने बोहोत मेहनत की है। हमने कहा वो कैसे वो कहने लगा जी मैं आपको दिखाता हूँ। इतना केह कर वो जमीन पर लेट गया फिर उसने एक 100 kg के आदमी को अपने ऊपर कूदने को कहा फिर उसके पेट पर एक 100 kg के बंदे ने दस बार छलांगें लगायी और वो आदमी आराम से नीचे लेटा रहा और उसके ऊपर वो भारी भरकम बंदा उछल उछल कर छलांग लगा रहा था



Moral Story-फिर वो मुझसे कहने लगा कि हजरत मैं ये भी कर सकता हूँ और ऐसा भी कर सकता हूँ और वैसा भी कर सकता हूं कुछ अरसे के बाद दोबारा मेरी उस्से मुलाकात हुई मैने पूछा भाई क्या हाल है आप के वो कहने लगा हज़रत मेरा कलब(club)पूरे शहर में कराटे में सबसे बड़ा है और मैंने कालेज की लड़कियों को कराटे सिखाने के लिए एक ब्रांच(branch)खोली हुई थी।

Also Check : एक बेवकूफ व्यापारी की कहानी

क्लब(club)खुलने के बाद मैं एक बार वहां गया तो मैंने वहां की हालत देखी तो मुझे सब अजीब लगा तो मैने उस ब्रांच(branch)को बिल्कुल बंद कर दिया ये पहली बात हुई। 

दूसरी बात ये कि मैंने अपने बच्चों(students)को  समझाया कि भाई हम एक दूसरे पर अटैक करते हैं और ज़बान से एक बेमानी सा लफ्ज़ निकालते हैं तो इसके बजाए हम अल्लाह का लफ्ज़ क्यों न निकालें। 

Moral Story-उन्होंने कहा ठीक है। मैंने कहा कि तुम्हें अब फाइट करनी हो या अटैक करना हो सब अल्लाह के लफ्ज़ से अटैक करना। कहने लगा जब हमने ‘अल्लाह’ ‘अल्लाह’ से अटैक करना शुरू किया तो बाहर से गुज़रने वाले लोग समझने लगे कि अंदर कोई महफिले ज़िक्र हो रही है। लोग दरवाज़े पर जमा होकर कहने लगे कि हम भी महफिले ज़िक्र में आना चाहते हैं। 

जब वो अंदर आए तो उनको पता चला कि जनाब यहाँ तो कराटे सिखाए जाते हैं। बीवी तो बहुत परेशान थी कि लड़कियों की क्लास बंद हो गई, अब आमदनी(earnig)कम हो जाएगी लेकिन जब नेक लोगों ने देखा कि यह नेक आदमी है। हमारे बच्चे भी इससे सीख सकते हैं 

Also Check एक किसान की सबक आमोज़ कहानी

Moral Story-तो उन्होंने अपने बच्चे भी भेजने शुरू कर दिए। इस तरह लड़कियों की क्लास की तलाफी हो गई। तो हमारे लड़कों की तादाद पहले से तीन गुनी हो गई। अल्लाह तआला ने रिज़क(earnig)में भी इज़ाफ़ा कर दिया। अब देखिए कि दिल में मुहब्बत इलाही आई तो फिर एक दूसरे के साथ खेलकूद में भी अल्लाह याद आएगा। यह मुहब्बत चीज़ ही ऐसी है।



प्यारे दोस्तों ,अगर आप लोगों को हमारी ये post पसंद आई हो और अगर आप को इस post se कुछ इल्म हासिल हुआ हो तो नीचे दिए गए sharing botton को दबा के बराए मेहरबानी इस post को share जरूर कर दें शुक्रिया  

Leave a Comment